संयुक्त विद्यालय बीरमपुर, ज्ञानपुर, भदोही में दिनांक 18 सितंबर 2022, दिन रविवार को विराट कवि सम्मेलन हुआ संपन्न। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री उमाशंकर सिंह “मधुकर” एवं संचालन वीर रस के सुप्रसिद्ध कवि डॉक्टर संदीप कुमार “बालाजी” ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रतापगढ़ की रचनाकार जया मिश्रा की सरस्वती वंदना से हुआ।
काव्य पाठ करते हुए श्री अजय विश्वकर्मा “शान” जी ने सुनाया– यह तय है कल के लिए। लूट मची है जल के लिए।। अरुण यादव “प्रयास” ने हीरा मोती संघ किसान । चहल पहल वाला खलिहान। सुनाकर गांव के अतीत को ताजा किया। तो प्रतापगढ़ से राष्ट्रीय कवि डॉ रणजीत सिंह वीर रस की कविताएं प्रस्तुत कर वाहवाही समेटे। प्रयागराज से ओज एवं करुणा के कवि डॉ वीरेंद्र बहादुर सिंह राष्ट्रीय चेतना की कविताएं प्रस्तुत किए। कवयित्री सुश्री जया मिश्रा ने अपने गीतों से तो मिर्जापुर से सुश्री सृष्टि राज ने वीर रस की रचनाओं से श्रोताओं को
ओतप्रोत किया। श्री आनंद अमित जी ने लोक भाषा एवं हिंदी मैं कई रचनाएं प्रस्तुत कर कविता की महत्ता सिद्ध किए। हास्य रस के कवि बेहोश जौनपुरी अमेठी के रामबदन शुक्ल पथिक और रीवा मध्य प्रदेश से पधारे सत्येंद्र शुक्ला “सजग” ने लोगों को हंसाया गुदगुदाया। संचालन कर रहे संदीप कुमार बालाजी ने सुनाया– संगीनों के साये में भी गीता, कुरान जो रखते याद। सरहद पर जो खड़े सिपाही उन्हें कलम लिख जिंदाबाद। आयोजक चंद्रकांत “भ्रमर” ने शहर छोड़ फिर लौट मनुजता तू पुरखन के गांव रे । सुना कर वाहवाही लूटी। मुख्य अतिथि रहे कवि कर्म राज यादव “किसलय” ने कविता की महत्ता बताते हुए काव्य पाठ किए। संदीप हियराजी ओम प्रकाश भारतीय ओम आदि कवियों ने भी काव्य पाठ किया और तालियां बटोरे । ग्राम प्रधान श्री राम कृपाल भारतीया ने कवियों को सम्मानित किया और डॉक्टर जेएस बिंद ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में राम उजागीर सरोज, सुनील मिश्र, गुलाबचंद सरोज, मोहन पाल घनश्याम शुक्ला, मंगल सरोज, डा मनोज सरोज, अनिल कुमार भट्ट, संत लाल यादव, अनुराग दूबे दिनेश सरोज, संत लाल यादव, प्रदीप सरोज, होरी लाल सरोज, गुड्डू उपाध्याय जैसे सुधी श्रोता उपस्थित रहे।