भोलानाथ कुशवाहा का दोहा संग्रह ‘जन-मन’ प्रकाशित छ: सौ दोहा वाली पुस्तक को ‘हिंदी श्री’ पब्लिकेशन ने छापा है। कवर पेज पर प्रयागराज के वरिष्ठ कवि व चित्रकार अजामिल व्यास का रेखांकन है। जनपद मिर्जापुर के वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा का दोहा संग्रह “जन-मन” प्रकाशित हुआ है। इसमें छ: सौ दोहे शामिल है। इसे ‘हिंदी श्री’ पब्लिकेशन ने छापा है। कवर पेज का रेखांकन प्रयागराज के वरिष्ठ कवि व चित्रकार अजामिल व्यास का है। पुस्तक की भूमिका अलवर के वरिष्ठ साहित्यकार जीवन सिंह व केबीपीजी कालेज, मिर्जापुर की हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ रेनूरानी सिंह ने लिखी है।
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ज्ञात हो कि 138 पृष्ठ वाले इस दोहा संग्रह “जन-मन” में आजादी के बाद के भारत की प्रशासनिक, सामाजिक व आर्थिक स्थिति के साथ व्यक्ति,समाज और सत्ता के चाल-चलन का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया है। इसमें बदल रही दुनिया में कटु हो रहे संबंधों को ज्वलंत विषय के रूप में उठाया गया है। यहाँ सांप्रदायिकता और आतंकवाद को घेरे मे लिया गया है। अपने दोहों में कवि भोलानाथ कुशवाहा व्यक्ति और उसके बदल रहे रिश्ताविहीन सामाजिक परिवेश में पीछे छूट रही मानवीयता को लेकर काफी चिन्तित हैं। वह भारतीय सांस्कृतिक परिवेश के उन मूलभूत सिद्धान्तों की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं जिसके मूल मे आदमी है और जिसका मूल्यगत विकास अवरुद्ध हुआ है। विकास की इस आँधी में वह आदमी मशीन हो गया है और उसकी मानवीय संवेदना गायब है। इससे पूर्व श्री कुशवाहा के चार कविता संग्रह,एक नाटक और एक कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उन्हें ‘ईशा’ नाटक पर उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का ‘मोहन राकेश’ सर्जना पुरस्कार भी मिल चुका है। इलाहाबाद से सन् 1970-80 के दशक से शुरू उनके लेखन की यात्रा के परिणाम स्वरूप गद्य-पद्य की अब तक उनकी सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। एकहत्तर वर्षीय श्री कुशवाहा की कविताएँ देश के प्रमुख पत्रों व साहित्यिक पत्रिकाओं में छपती रही हैं। आकाशवाणी व दूरदर्शन से भी उनकी कविताएँ प्रसारित हो चुकी हैं। साहित्य लेखन के लिए उन्हें अनेक मंचों पर लगातार सम्मानित किया जाता रहा है। मिर्जापुर नगर के बाँकेलाल टंडन की गली, वासलीगंज निवासी भोलानाथ कुशवाहा का दोहा संग्रह “जन-मन” प्रकाशित होने पर साहित्यकारों और कवियों व शायरों के साथ विभिन्न वर्ग के लोगों ने बधाई दी है। बधाई देने वालों में सर्वश्री अनुज प्रताप सिंह,डॉ रेनूरानी सिंह, वृजदेव पांडेय,प्रमोद कुमार सुमन, आनन्द संधिदूत,गणेश गंभीर,डॉ रमाशंकर शुक्ल, जफर मिर्जापुरी, अजिता श्रीवास्तव,हसन जौनपुरी, लालव्रत सिंह सुगम, अरविंद अवस्थी, भानु कुमार मुंतजिर,मुहिब मिर्जापुरी, केदारनाथ सविता, शुभम श्रीवास्तव ओम,डॉ अनुराधा ओस,आनन्द अमित,नंदिनी वर्मा,खुर्शीद भारती,इम्तियाज अहमद गुमनाम,इरफान कुरैशी, सृष्टि राज आदि हैं।