पिता दिवस पर बेहतरीन कवितायें | हिन्दी श्री पब्लिकैशन

पिता दिवस

7. मेरे पिता-मेरे ईश्वर

साथ पिता का स्वर्ग सरीखा
होठों पर मुस्कान,
पिता हमारे जान हो भैया
पिता हमारे जान-2

हर गम हंसकर सह जाते
किसी हाल में रह जाते
बच्चों की ख़ातिर हरदम
बाधाओं से लड़ जाते।
उनके जैसा मित्र नहीं है
वे तो हैं वरदान ।
पिता हमारे जान हो भैया
पिता हमारे जान-2

हैं किस्मत वाले वो सारे
जिन्हें प्यार से पिता संवारे
ऊपर-ऊपर हैं कठोर वो
अंदर-अंदर सबकुछ वारे।
परिवार के सौर मंडल में
वे जैसे दिनमान।
पिता हमारे जान हो भैया
पिता हमारे जान-2

आसमान सा उनका कद है
उनसे बढ़कर कोई न पद है
उनकी खुशबू से मन हर्षित
उनके चाहत की ना हद है।
उनके रहते कोई न चिंता
ना कोई व्यवधान ।
पिता हमारे जान हो भैया
पिता हमारे जान-2

-प्रीतम कुमार झा
pritam kumar jha 1
कवि प्रीतम कुमार झा
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