कला , साहित्य , संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, राजस्थान सरकार के सांस्कृतिक सृजन पखवाड़ा के अंतर्गत राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी, जयपुर और साहित्य मंडल, श्रीनाथद्वारा के संयुक्त तत्वावधान में ब्रजभाषा लोकगीत कार्यक्रम का आयोजन 29 सितंबर सोमवार को साहित्य मंडल के प्रेक्षागृह में भव्य तरीके से आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी जयपुर की सचिव सुश्री प्रियंका राठौड़ ने मां शारदे के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य मंडल संस्था के अध्यक्ष पंडित मदन मोहन शर्मा जी ने की। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण मंच, डॉ लक्ष्मी नारायण आमेटा ने अपने सांस्कृतिक उद्बोधन में कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।


इस अवसर पर ब्रज लोकगीतों की बेहतरीन और शानदार प्रस्तुति ब्रज के लोक कलाकारों द्वारा दी गई। इसमें विविध ब्रज लोकगीतों के प्रदर्शन किए गये। रसिया, लांगुरिया, भजन, फाग लोक-मंगल गीत, के साथ साथ चाय नृत्य, दीपक नृत्य, तख्त नृत्य, लोक ध्वनि एवं अन्य विभिन्न प्रकार की झांकियों के दर्शन भी कलाकारों द्वारा प्रदर्शित किए गये।


इन कार्यक्रमों में कलाकार ओमप्रकाश डांगुर ने लोक ध्वनि एवं पशु पक्षियों की हूबहू आवाज निकाल कर श्रोताओं और दर्शकों का मन मोह लिया । पंजीत बृजवासी ने अपने भजनों और लांगुरिया गीतों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। कलाकार पुष्पेंद्र डांगुर ने दीपक नृत्य, चाय नृत्य और तखत नृत्य के द्वारा लोगों को दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के संयोजक एवं साहित्य मंडल के प्रधानमंत्री श्री श्याम प्रकाश देवपुरा ने कहा कि यह ब्रज लोकगीत कला आज भी नाथद्वारा में ब्रज की संस्कृति और ब्रज के संस्कारों का संरक्षण करती है। ऐसे में सरकार द्वारा की गई यह पहल साहित्य मंडल के लिए एक उल्लेखनीय अवसर है। इस अवसर पर डॉ के एल परमार, अध्यक्ष भारत विकास परिषद, श्रीनाथद्वारा, भाजपा जिला महामंत्री, प्रदीप काबरा, भाजपा नगर अध्यक्ष, प्रवीण जोशी, पूर्व पार्षद एवं भाजपा कार्यकर्ता राजेंद्र सनाढ्य के साथ-साथ प्रद्युम्न देवपुरा, अनिरुद्ध देवपुरा, गौरांग, चंचल बैरागी, ललिता काबरा, पुरषोत्तम पालीवाल, वीरेंद्र पुरोहित सहित श्रीनाथद्वारा के अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।

