नन्हें सिंह ठाकुर का मेरा बचपन मेरा गाँव (संस्मरण संग्रह) प्रकाशित हुआ

मेरा बचपन मेरा गाँव

मेरा बचपन मेरा गाँव पुस्तक के बारे में इसके लेखक श्री नन्हें सिंह ठाकुर की अपनी बात- इस कृति में बीस संस्मरण निबंधों के माध्यम से मैंने अपने बचपन और गांव की स्मृतियों को अपनी संवेदना के साथ उकेरने का प्रयास किया है,एक पाठक के रूप में इन स्मृति निबंधों को पढ़कर यदि आप भी […]

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श्रीमती मंजुला श्रीवास्तवा कृत “मंजुल कहानियाँ” का हुआ विमोचन

मंजुल कहानियाँ

यह कहानी संग्रह हिंदी श्री पब्लिकेशन से हुआ है प्रकाशितश्रीमती मंजुला श्रीवास्तवा को हिंदी श्री द्वारा “महादेवी वर्मा साहित्य सम्मान” से किया गया सम्मानितरविवार दिनाँक 28/5/23 को पथगामिनी साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्था के तत्वाधान में श्रीमती मंजुला श्रीवास्तवा के कहानी संग्रह ‘मंजुल कहानियों’ का विमोचन  डिवाइन सैनिक स्कूल वाराणसी के सभागार में प्रख्यात गजलकार डॉ

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श्रीमद् भागवत गीता का भोजपुरी भावानुवाद का दूसरा संस्करण विमोचन 18 जून को

श्रीमद् भागवत गीता

बलिया /उत्तरप्रदेश (अमरेश सिंह),29 मई।बलिया जनपद के प्रख्यात साहित्यकार एवं कवि रहे स्व० डॉ० रामसेवक ‘विकल’ जी की किताब “श्रीमद् भागवत गीता का भोजपुरी भावानुवाद” का दूसरा संस्करण विमोचन 18 जून 2023 (रविवार) को प्रातः 10 बजे से भोजपुरी भवन, गोलमुरी, टाटानगर, जमशेदपुर (झारखंड) में विकल जी के ज्येष्ठ पुत्र तथा प्रख्यात साहित्यकार डॉ० आदित्य

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आशा दिनकर के कुल छः पुस्तकों का हुआ विमोचन | हिन्दी श्री

आशा दिनकर के कुल छः पुस्तकों

आशा दिनकर के कुल छः पुस्तकों का हुआ विमोचनआशा की कलम अन्याय के विरुद्ध उठती है- पं. अनित्य नारायण मिश्रआशा दिनकर की रचनाओं में जीवटता है – डॉ सारिका शर्माछः पुस्तकों के माध्यम से आशा जी ने लगाया सिक्सर*- दिनेश आनंद  नई दिल्ली, वरिष्ठ कवयित्री आशा दिनकर’आस’ की कुल छः पुस्तकों चार ग़ज़ल संग्रह ”तन्हाइयों

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साधना शाही जी की रचनाएँ | हिन्दी श्री

शब्द की महिमा भाव की अभिव्यक्ति है शब्द,मानो इसको जैसे अब्द।इनसे जुड़कर वाक्य है बनता।मन के भाव जो व्यक्त है करता।आगे बढ़ा तो बन गया लेख,बड़ी- बड़ी घटना का किया उल्लेख।घटना जुड़- जुड़ बन गई पुस्तक,किस्सा-कहानी साथ में मुक्तक।दोहा, सोरठा, रोला इनसे,ग्रंथ ,उपनिषद भी हैं जिनसे।किंतु यदि ना हों विषयोचित,लेख परत बन होते उपेक्षित।उचित जगह

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युवा रचनाकारों के काव्यपाठ पर खूब बजी तालियां | विभिन्न क्षेत्रों से दर्जनों युवा रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं सुनाकर लोगों को किया अभिभूत

वाराणसी

वाराणसी।  काशी साहित्य समाज, राज बनारसी ऑफिसियल सोशल मीडिया चैनल, कविता वाला और एल एस सी वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में संजय शिक्षा निकेतन, कबीरनगर, दुर्गाकुंड, वाराणसी में रविवार को देर शाम तक काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आये युवा रचनाकारों ने काव्यपाठ करके अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम

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डॉ हरेराम सिंह को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने किया सम्मानित

डॉ हरेराम सिंह

डॉ.हरेराम सिंह को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन-पटना ने हिन्दी भाषा एवं साहित्य की उन्नति में मूल्यवान सेवाओं के लिए , सम्मेलन के 42 वें महाधिवेशन में ” कविवर पोद्दार रामावतार ‘अरुण’ सम्मान से विभूषित किया । यह सम्मान अध्यक्ष बिहार विधान सभा श्री अवध बिहारी चौधरी के कर कमलों द्वारा प्रदान किया गया। इस मौके

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“पाइप से पौधे नहलाएँ” बाल कविता संग्रह का हुआ विमोचन

पाइप से पौधे नहलाएँ

जीवन का अँधियारा हरने सूरज उगता है“पाइप से पौधे नहलाएँ” बाल कविता संग्रह का हुआ विमोचनमीरजापुर, उत्तर प्रदेश साहित्य सभा, मीरजापुर इकाई के तत्वावधान में अनगढ़ में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर पुस्तक लोकार्पण एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जौनपुर से आये चर्चित नवगीतकार- बाल साहित्यकार योगेन्द्र प्रताप मौर्य के

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ग़ज़ल संचयन  डी एम मिश्र: संपादक डॉ जीवन सिंह एवंसमकाल की आवाज़ का सम्पन्न हुआ विमोचन

ग़ज़ल संचयन

 डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न ‘अब ये ग़ज़लें मिज़ाज़ बदलेंगी’गज़लें लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्ष में खड़ी हैं – डॉ जीवन सिंहडी एम मिश्र की ग़ज़लों में प्रतिरोधी चेतना – वाचस्पतिगज़लें हुकूमत के खिलाफ बोलती हैं – स्वप्निल श्रीवास्तव राजनीतिक विद्रूपता को उभारने के साथ विकल्प की भी बात – चन्द्रेश्वरडी एम

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डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न 

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डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न ‘अब ये ग़ज़लें मिज़ाज़ बदलेंगी’गज़लें लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्ष में खड़ी हैं – डॉ जीवन सिंहडी एम मिश्र की ग़ज़लों में प्रतिरोधी चेतना – वाचस्पतिगज़लें हुकूमत के खिलाफ बोलती हैं – स्वप्निल श्रीवास्तव राजनीतिक विद्रूपता को उभारने के साथ विकल्प की भी बात – चन्द्रेश्वरडी एम

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