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युवा रचनाकारों के काव्यपाठ पर खूब बजी तालियां | विभिन्न क्षेत्रों से दर्जनों युवा रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं सुनाकर लोगों को किया अभिभूत

वाराणसी

वाराणसी।  काशी साहित्य समाज, राज बनारसी ऑफिसियल सोशल मीडिया चैनल, कविता वाला और एल एस सी वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में संजय शिक्षा निकेतन, कबीरनगर, दुर्गाकुंड, वाराणसी में रविवार को देर शाम तक काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आये युवा रचनाकारों ने काव्यपाठ करके अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम […]

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डॉ हरेराम सिंह को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने किया सम्मानित

डॉ हरेराम सिंह

डॉ.हरेराम सिंह को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन-पटना ने हिन्दी भाषा एवं साहित्य की उन्नति में मूल्यवान सेवाओं के लिए , सम्मेलन के 42 वें महाधिवेशन में ” कविवर पोद्दार रामावतार ‘अरुण’ सम्मान से विभूषित किया । यह सम्मान अध्यक्ष बिहार विधान सभा श्री अवध बिहारी चौधरी के कर कमलों द्वारा प्रदान किया गया। इस मौके

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“पाइप से पौधे नहलाएँ” बाल कविता संग्रह का हुआ विमोचन

पाइप से पौधे नहलाएँ

जीवन का अँधियारा हरने सूरज उगता है“पाइप से पौधे नहलाएँ” बाल कविता संग्रह का हुआ विमोचनमीरजापुर, उत्तर प्रदेश साहित्य सभा, मीरजापुर इकाई के तत्वावधान में अनगढ़ में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर पुस्तक लोकार्पण एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जौनपुर से आये चर्चित नवगीतकार- बाल साहित्यकार योगेन्द्र प्रताप मौर्य के

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ग़ज़ल संचयन  डी एम मिश्र: संपादक डॉ जीवन सिंह एवंसमकाल की आवाज़ का सम्पन्न हुआ विमोचन

ग़ज़ल संचयन

 डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न ‘अब ये ग़ज़लें मिज़ाज़ बदलेंगी’गज़लें लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्ष में खड़ी हैं – डॉ जीवन सिंहडी एम मिश्र की ग़ज़लों में प्रतिरोधी चेतना – वाचस्पतिगज़लें हुकूमत के खिलाफ बोलती हैं – स्वप्निल श्रीवास्तव राजनीतिक विद्रूपता को उभारने के साथ विकल्प की भी बात – चन्द्रेश्वरडी एम

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डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न 

d m mishr

डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न ‘अब ये ग़ज़लें मिज़ाज़ बदलेंगी’गज़लें लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्ष में खड़ी हैं – डॉ जीवन सिंहडी एम मिश्र की ग़ज़लों में प्रतिरोधी चेतना – वाचस्पतिगज़लें हुकूमत के खिलाफ बोलती हैं – स्वप्निल श्रीवास्तव राजनीतिक विद्रूपता को उभारने के साथ विकल्प की भी बात – चन्द्रेश्वरडी एम

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पुस्तक समीक्षक अतुल्य खरे | ग़ज़ल संग्रह – मरूँगा नहीं | हिंदी श्री पब्लिकेशन

पुस्तक समीक्षक : अतुल्य खरेसमीक्षित पुस्तक : ग़ज़ल संग्रह – मरूँगा नहींगज़लकार : राम राज राजस्थानीप्रकाशक : हिंदी श्री पब्लिकेशन युवा गज़लकार राम राजस्थानी ने, इस ग़ज़ल संग्रह में अपनी 98 गजलों को प्रस्तुत किया है . कह सकते हैं की ये उनके दिल की आवाज़ है हर शेर को उन्होंने भरपूर जिया है क्यूंकि

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काव्य सरिता भाग 3 का विमोचन भव्य कार्यक्रम में सम्पन्न हुआ | हिंदी श्री पब्लिकेशन

विमोचन

संस्थान ,बरेका  द्वारा तथा काशी काव्य संगम के सहयोग से संस्थान, बरेका के बहुउद्देशीय हाल में होली मिलन, काशी काव्य  संगम का वार्षिकोत्सव, वरिष्ठ रचनाकार मोहम्मद नसरुल्लाह नसीर तथा महेंद्र नाथ तिवारी अलंकार का नागरिक अभिनंदन किया गया। तत्पश्चात श्रीमती करुणा सिंह के प्रधान  संपादन मे आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत देशभक्ति रचनाओं की

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ग़ज़ल संग्रह “गुलाब दूँ किसे-किसे” का हुआ विमोचन | हिन्दी श्री

गुलाब दूँ किसे-किसे

ग़ज़ल संग्रह “गुलाब दूँ किसे-किसे” का हुआ विमोचनसाहित्य चेतना समाज, गाज़ीपुर के तत्वावधान में मिर्ज़ापुर में भव्य विमोचन कार्यक्रम का आयोजनपद्म श्री अजिता श्रीवास्तव जी ने की अध्यक्षतासाहित्य व्यक्ति को बदलने का कार्य करता है- डॉ आर बी कमल मिर्ज़ापुर। साहित्यकार आनंद अमित के ग़ज़ल संग्रह “गुलाब दूँ किसे-किसे” का विमोचन शुक्लहा मार्ग स्थित पंचवटी

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‘ग़ज़लों के मीनार के ग्यारह बाशिन्दे’ -ग़ज़ल एकादश. संपादक : डी एम मिश्र

ग़ज़ल एकादश

लेखक –  प्रोफेसर डॉ0 राधेश्याम सिंह दोहा बोला ग़ज़ल से, आ जा मेरी जान,तू आई है अरब से, मैं हूँ हिन्दुस्तान।। (कविता रहस्य- कृष्ण कल्पित)  यह सही है कि ईरान के परिवेश में पली बढ़ी  ग़ज़ल की यह विधा जब उत्तर के सूफियों और दक्षिण के वली दकनी के अपने पड़ावों पर ठहरती हुई, हिन्दी

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डॉ.हरेराम सिंह की तीन पुस्तकों का हुआ विमोचन

डॉ.हरेराम सिंह

डॉ हरे राम की पुस्तकें-1. ओबीसी साहित्य की आलोचना पद्धति2. लोकतंत्र में हाशिये के लोग3. जामुन का पेड़ अनजबित सिंह कॉलेज- बिक्रमगंज के हिन्दी विभाग में यहाँ के पूर्व छात्र व हिन्दी के चर्चित कवि व आलोचक डॉ.हरेराम सिंह की ‘हिन्दी श्री-संत रविदास नगर, उत्तर प्रदेश से प्रकाशित तीन पुस्तकों का विमोचन हिन्दी विभाग में

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