समीक्षा

महरी उपन्यास खुद ब खुद बोलता है – रामनाथ शिवेंद्र

महरी विमोचन

महरी के कृतिकार-गिरिजा प्रसाद चौधरी ‘चंद्र’ महरी और मेंधर की गोद में का विमोचन १६-०१-२०२४ को हुआ था गिरिजा प्रसाद चौधरी ‘चंद्र’ का महरी लघु उपन्यास लम्बे अंतराल के बाद अधिदर्शक भाई की नैतिक उत्प्रेरणा से प्रकाशित हुआ है। इस उपन्यास को प्रकाश में लाने के लिए उनकी पत्नी निर्मला देवी तथा उनके पुत्रों प्रेमेंद्र […]

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वेद प्रकाश प्रजापति द्वारा कृत कविता संग्रह आओ लौट चलें अब गाँव की समीक्षा डॉ.ऋषिपाल धीमान ’ऋषि‘ द्वारा

आओ लौट चलें अब गाँव

पुस्तक-समीक्षापुस्तक का नाम- आओ लौट चलें अब गाँव (कविता-संग्रह)कवि- वेदप्रकाश प्रजापतिप्रकाशक- हिंदीश्री पब्लिकेशन, सुरियावं, महुआपुर, संत रविदासनगर(उ.प्र.)प्रकाशन वर्ष-2021मूल्य-350 रु. पुस्तक खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें प्रस्तुत कृति ‘आओ लौट चलें अब गाँव’ श्री वेदप्रकाश प्रजापति की 87 विविधवर्णी हिंदीकविताओं का संग्रह है। यह इनका दूसरा स्वतंत्र काव्य-संग्रह है। इस संग्रह में प्रो. ओमपाल सिंह

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Aadami Jinda Rahe | Daulatram Prajapati | आदमी जिंदा रहे – दौलतराम प्रजापति | समीक्षा आनंद अमित

aadami jinda rahe

एक जिंदा आदमी की आवाज़…. Aadami Jinda Rahe आदमी जिंदा रहे: दौलत राम प्रजापति Aadami Jinda Rahe : ग़ज़ल उतनी सीधी नहीं होती जितनी हम समझते हैं। ग़ज़ल के शे’र पढ़कर हर पाठक अपने-अपने व्यवहार और विचार के अनुरूप उसका अलग-अलग अर्थ निकालता है। लेकिन शायर क्या कहना चाह रहा है, यह पाठक की पकड़

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आदमी जिंदा रहे – दौलतराम प्रजापति | समीक्षा वेद प्रकाश वेद

आदमी जिंदा रहे

“आदमी जिंदा रहे” में जितनी भी ग़ज़लें हैं सभी आप सबके सामने एक प्रतिबिंब उपस्थित करेंगी– वेद प्रकाश ‘वेद’ “आदमी जिंदा रहे”- दौलतराम प्रजापति सोशल मीडिया, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से आदरणीय- ‘दौलतराम प्रजापति जी’ की रचनाएं- नवगीत, गीत, ग़ज़लें आदि पढ़ने को अक्सर मिल ही जातीं और जब रचनाओं को पढ़ने लगता तो

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डी एम मिश्र की ग़ज़लें हमारे होने का एहसास कराती हैं- श्रीधर मिश्र , गोरखपुर

lekin sawal tedha hai

पुस्तक समीक्षा साहित्यिक गतिविधियों की बात करें तो यह सक्रिय व सचेत साहित्यिक कर्म का प्राथमिक व सबसे जरूरी दायित्व होता है कि वह अपने समय को रचे भी व उसकी समीक्षा भी करे, इस उपक्रम में वह समय व सत्ता के समक्ष सवाल खड़ा करे, हम समय के उस काल खंड के साक्षी बनने

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