शिव प्रकाश ‘साहित्य’ | बागेश्वर जी पर रचित रचना | हिन्दी श्री
जय-जय बागेश्वर जी,जय-जय बागेश्वर जी।सबके विपत्ति हरो हैं ,जय बागेश्वर जीजय-जय बागेश्वर जी,जय-जय बागेश्वर जी। पान, फूल अरु मोदक भाते अरु मेवा।सब सन्तन मिल करते,बाला की सेवा।।जय-जय बागेश्वर जी,जय-जय बागेश्वर जी। सब भक्तन पे तुम्हरो दृष्टि गड़ी रहती।रात्रि-दिवस कोई हो कोइ घड़ी रहती।।जय-जय बागेश्वर जी,जय-जय बागेश्वर जी। अनुकम्पित,अनुरागी जो इहवाँ आया।खाली हाथ न लौटा झोली […]
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