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शैलेश मुसाफ़िर के पहले काव्य संग्रह ‘तुम्हारे बिना’ का भव्य विमोचन समारोह

तुम्हारे बिना

संकट मोचन विद्यालय में हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्य और संस्कृति के संगम का अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब प्रसिद्ध गीतकार शैलेश मुसाफ़िर के पहले काव्य संग्रह ‘तुम्हारे बिना’ का भव्य विमोचन समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर जिले के प्रतिष्ठित साहित्यकारों, शिक्षाविदों और पाठ्यपुस्तक लेखकों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमा […]

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राकेश शरण मिश्र को मिला हिंदी श्री सम्मान

राकेश

राकेश मिश्र द्वारा कृत पुस्तक खामोश कैसे रहूं का हुआ विमोचन प्रयागराज। तुलसी जयंती के अवसर पर नगर स्थित शिव गंगा कोचिंग इंस्टीट्यूट निकट आनंद भवन के सभागार में सोन साहित्य संगम सोनभद्र के तत्वाधान में संस्था के संयोजक कवि अधिवक्ता पत्रकार राकेश शरण मिश्र द्वारा रचित प्रथम काब्य संग्रह खामोश कैसे रहूं का विमोचन

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शुभम श्रीवास्तव ओम के निधन से व्यथित देश के चर्चित साहित्यकारों की प्रतिक्रिया

शुभम श्रीवास्तवा

स्मृति-लेखअँधेरे के पुल से जाता हुआ शुभम् श्रीवास्तव ओम-राजेन्द्र गौतमरिटायर्ड प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालयरहा तो यहां कोई भी नहीं है, एक दिन सभी जाते हैं लेकिन इस तरह असमय जाना जिस तरह शुभम् चले गए झिंझौड़ कर रख देता है। 30-31 वर्ष की उम्र में इतनी परिपक्वता! तीन-तीन संकलनों में अपने समय की धड़कनों को दर्ज

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प्रसिद्ध आईएएस अफसर डॉ. हीरा लाल को ‘रमन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया

आईएएस

लखनऊ, उत्तर प्रदेश – 3 मार्च, 2024 – प्रसिद्ध आईएएस अफसर और लेखक डॉ। हीरा लाल को उत्तर प्रदेश सरकार की अद्वितीय योजना के तहत राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित वार्षिक पुरस्कार समारोह (२०२३-२०२४)  के विशिष्ट रमनलाल अग्रवाल ‘रमन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समारोह, लखनऊ विश्वविद्यालय स्तिथ मालवीय सभागार में आयोजित

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बैंक आफ बड़ौदा में मनाया गया विश्व हिंदी दिवस

बैंक आफ बड़ौदा

बैंक आफ बड़ौदा में मनाया गया विश्व हिंदी दिवस हिंदी को विश्व पटल पर लाने की ज़रूरत – क्षेत्रीय प्रबंधक सिविल लाइन सुलतानपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय कार्यालय में आज विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया गया।इस अवसर पर जनपद के प्रख्यात कवि व ग़ज़लकार डाॅ डी एम मिश्र मुख्य अतिथि के रूप

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डॉ. उषा कनक पाठक की पुस्तक ‘प्रियतम को/की पाती’ का हुआ विमोचन

usha kanak pathak

साहित्यिक धारा से सुसम्पन्न करना  है जनपद को- प्रो. शिशिर कुमार पाण्डेय मिर्जापुर के माहेश्वरी लॉन परिसर में बंग महिला से लेकर डॉक्टर उषा कनक पाठक तक के मिर्जापुर के महिला साहित्यकारों पर एक विमर्श और पुस्तक चर्चा विषयक गोष्ठी में डॉक्टर उषा कनक पाठक की हिंदी श्री पब्लिकेशन से नवप्रकाशित पुस्तक प्रियतम को/ की

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अधिदर्शक के काव्य संग्रह ‘दोस्त! आनंद भवन रोता है’ का हुआ विमोचन

अधिदर्शक

हिंदी श्री पब्लिकेशन से प्रकाशित हुई अधिदर्शक जी की पुस्तक “दोस्त आनंद भवन रोता है” सामाजिक परिवर्तन में साहित्यकारों का महत्वपूर्ण योगदान- शरद मेहरोत्राअधिदर्शक जी का लेखन उनके संघर्षों का गवाह- भोलानाथ कुशवाहाअधिदर्शक जी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है- गणेश गंभीर     मीरजापुर।शहीद उद्यान नारघाट में साहित्य चेतना समाज के तत्वावधान में

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कवि डॉ. जय प्रकाश प्रजापति’ अंकुश कानपुरी की चार पुस्तकों का हुआ विमोचन।

जय प्रकाश प्रजापति

1. अंकुश की बाल कविताएँ2. मोनू की सीख3. कैसी हवा चली (गीत संग्रह)4. अंकुश की लघुकथाएँ विमोचित हुईं  ०८-१०-२०२३ को प्रजापति भवन दामोदर नगर में बाल साहित्य  संवर्धन संस्थान कानपुर के बैनर तले एक विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसकी अध्यक्षता डॉ. मोहन सिंह कुशवाहा, मुख्य अतिथि श्री आनंद अमित मिर्जापुर रहे। विशिष्ट अतिथि हरि

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कवि अनिल अंकित की 2 पुस्तकें, जीना इसी का नाम है और मैं कविता बोल रही हूँ का हुआ विमोचन

अनिल अंकित की पुस्तक

कवि अनिल ‘अंकित’ के दो कविता-संग्रहों(‘जीना इसी का नाम है’ व ‘मैं कविता बोल रही हूॅं’) का विमोचन जिला पंचायत सभागार, गाजीपुर में संपन्न हुआ। ‘साहित्य चेतना समाज’ एवं ‘हिन्दीश्री’ के संयुक्त तत्वावधान में ‘चेतना-प्रवाह’ कार्यक्रम के अन्तर्गत कवि अनिल ‘अंकित’ के दो कविता-संग्रहों(‘जीना इसी का नाम है’ व ‘मैं कविता बोल रही हूॅं’) का

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डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न 

d m mishr

डी एम मिश्र के गजल संग्रह का विमोचन एवं परिसंवाद सम्पन्न ‘अब ये ग़ज़लें मिज़ाज़ बदलेंगी’गज़लें लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्ष में खड़ी हैं – डॉ जीवन सिंहडी एम मिश्र की ग़ज़लों में प्रतिरोधी चेतना – वाचस्पतिगज़लें हुकूमत के खिलाफ बोलती हैं – स्वप्निल श्रीवास्तव राजनीतिक विद्रूपता को उभारने के साथ विकल्प की भी बात – चन्द्रेश्वरडी एम

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