हिंदी श्री पब्लिकेशन

हिन्दी दिवस | कुमारी सृष्टि राज | हिन्दी श्री पब्लिकेशन

कुमारी सृष्टि राज

हिन्दी और हिन्दी दिवस हिन्दी हमारी मातृभाषा है, हिन्दी एक भावपूर्ण भाषा है, जिसके माध्यम से बातों के अंदर की गहराई एवं भावनाओं को बहुत अच्छी तरह से समझा जा सकता है । एक बार महात्मा गांधी जी ने कहा था कि जिस तरह ब्रिटेन में अंग्रेजी बोली जाती है और वहाँ के सारे कामकाज […]

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रमाशंकर यादव को भारतेन्दु हरीशचन्द्र सम्मान| हिन्दी श्री | हिन्दी श्री पब्लिकशन

रमाशंकर

मिर्ज़ापुर के वरिष्ठ रचनाकार रमाशंकर यादव को उनके द्वारा रचित पुस्तक कविता संग्रह नारी संसार पर मिला भारतेन्दु हरीशचन्द्र सम्मान से सम्मानित किया गया। श्री रमाशंकर सिंह यादव कृत नारी संसार नारी संसार पुस्तक को खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें जिस कार्यक्रम में श्री रमाशंकर यादव जी को भारतेन्दु हरीशचन्द्र सम्मान से सम्मानित किया

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भव्य पुस्तक विमोचन समारोह | हिन्दी श्री पब्लिकशन

भव्य पुस्तक विमोचन समारोह

श्री रमाशंकर सिंह यादव कृत 1. किस्सागोई और 2.नारी संसारश्री आनंद अमित कृत 1. रेलवे फाटक 2. भोर क चिरई कुल चार पुस्तकों के भव्य विमोचन का सफल आयोजनसच्चा साहित्य वह है जो संस्कार एवं परिवार की बातें करे’- मा. पं रत्नाकर मिश्रा (मा. विधायक, नगर)यह कविता में लोक की वापसी का समय है- श्री

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Aadami Jinda Rahe | Daulatram Prajapati | आदमी जिंदा रहे – दौलतराम प्रजापति | समीक्षा आनंद अमित

aadami jinda rahe

एक जिंदा आदमी की आवाज़…. Aadami Jinda Rahe आदमी जिंदा रहे: दौलत राम प्रजापति Aadami Jinda Rahe : ग़ज़ल उतनी सीधी नहीं होती जितनी हम समझते हैं। ग़ज़ल के शे’र पढ़कर हर पाठक अपने-अपने व्यवहार और विचार के अनुरूप उसका अलग-अलग अर्थ निकालता है। लेकिन शायर क्या कहना चाह रहा है, यह पाठक की पकड़

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आदमी जिंदा रहे – दौलतराम प्रजापति | समीक्षा वेद प्रकाश वेद

आदमी जिंदा रहे

“आदमी जिंदा रहे” में जितनी भी ग़ज़लें हैं सभी आप सबके सामने एक प्रतिबिंब उपस्थित करेंगी– वेद प्रकाश ‘वेद’ “आदमी जिंदा रहे”- दौलतराम प्रजापति सोशल मीडिया, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से आदरणीय- ‘दौलतराम प्रजापति जी’ की रचनाएं- नवगीत, गीत, ग़ज़लें आदि पढ़ने को अक्सर मिल ही जातीं और जब रचनाओं को पढ़ने लगता तो

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तन्हाइयों की महफ़िल | विमोचन | आशा दिनकर | हिंदी श्री | hindi shree

आशा दिनकर

आशा दिनकर ने अपने लेखन से समृद्ध किया है साहित्य को – मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ग़ज़ल संग्रह ‘तन्हाइयों की महफ़िल’ का हुआ विमोचन।    सभी रचनाकार लोक से जुड़े रहते हैं और लोक की ही बात रचनाओं में आती है- भोलानाथ कुशवाहा      मिर्ज़ापुर। आशा दिनकर द्वारा रचित ग़ज़ल संग्रह तन्हाइयों की महफ़िल का

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ग़ज़ल एकादश | विमोचन समारोह | संपादक डी एम मिश्र | हिंदी श्री | hindi shree

ग़ज़ल-एकादस-विमोचन

देश के जाने माने और चर्चित ग़ज़लकारों के ग़ज़ल संग्रह “ग़ज़ल एकादश” का विमोचन और ग़ज़लपाठ लोकप्रिय जनवादी ग़ज़लकार डॉ डी एम मिश्र ग़ज़ल एकादश के संपादक लोकप्रिय जनवादी ग़ज़लकार डॉ डी एम् मिश्र ग़ज़ल एकादश के संपादक साहित्य लेखन के लिए साधना के साथ अपने समय को समझना ज़रूरी है- डॉ जीवन सिंह ग़ज़ल जीवन

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अहसासों का सफर | पुस्तक विमोचन | आशा दिनकर आस | हिन्दी श्री पब्लिकशन

आशा दिनकर आस

‘अहसासों का सफर’ पुस्तक का हुआ विमोचन।अहसासों का सफर पुस्तक की रचयिता चर्चित कवयित्री आशा दिनकर हैं।यह ग़ज़ल संग्रह हम सबके अहसासों का सफ़र है- भोलानाथ कुशवाहासाहित्यकार का हृदय एक ऐसा पिटारा है जिसमें आकाश की अनंतता समाहित होती है- डॉ बैजनाथ शर्मा मिन्टू अहसासों का सफर पुस्तक को खरीदने के लिए यहा क्लिक करें

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राजभाषा सहायिका | पुस्तक विमोचन | हिन्दी श्री पब्लिकेशन

राजभाषा सहायिका

‘शिखर’ की पुस्तक “राजभाषा सहायिका” का  हुआ विमोचन(उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय में शिखर की पुस्तक ” राजभाषा सहायिका” का विमोचन संपन्न)वाराणसी, 1 अप्रैल,   एनटीपीसी के उतरी श्रेत्र मुख्यालय  में उप प्रबंधक (मानव संसाधन) डॉ. मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ के पुस्तक “राजभाषा सहायिका” ( मात्रृभाषा की ओर हिंदी के हर कदम… का विमोचन एनटीपीसी उत्तरी क्षेत्र के

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जन-मन | भोलानाथ कुशवाहा | हिन्दी श्री पब्लिकेशन

जन-मन

भोलानाथ कुशवाहा का दोहा संग्रह ‘जन-मन’ प्रकाशित छ: सौ दोहा वाली पुस्तक को ‘हिंदी श्री’ पब्लिकेशन ने छापा है। कवर पेज पर प्रयागराज के वरिष्ठ कवि व चित्रकार अजामिल व्यास का रेखांकन है। जनपद मिर्जापुर के वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा का दोहा संग्रह “जन-मन” प्रकाशित हुआ है। इसमें छ: सौ दोहे शामिल है। इसे ‘हिंदी श्री’ पब्लिकेशन ने छापा है। कवर पेज का

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