जमशेदपुर। रविवार 18 जून 2023 को गोलमुरी स्थित भोजपुरी भवन में डा रामसेवक विकल जी की कृति श्रीमद भागवत गीता का भोजपुरी भावानुवाद का लोकार्पण उपस्थित अतिथियों द्वारा हुआ। आयोजक डा आदित्य कुमार अंशु (सुपुत्र डा रामसेवक विकल) थे। मुख्य अतिथि के रूप में दिनेश्वर प्रसाद दिनेश उपस्थित कार्यक्रम की अध्यक्षता अरविंद विद्रोही व संचालन वरुण प्रभात ने किया। सर्व प्रथम डा रामसेवक विकल के तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। स्वागत भाषण राधेश्याम शर्मा ने किया। तत्पश्चात उपस्थित अतिथि साहित्यकारों द्वारा डा. रामसेवक विकल की कृति श्रीमद भागवत गीता का विधिवत लोकार्पण किया गया। डा रामसेवक विकल के लिखे गीत की प्रस्तुति जीतेश कुमार तिवारी ने अपने सुमधुर आवाज में प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डा रामसेवक विकल से जुड़े शहर के बारह साहित्यकारों को डा रामसेवक विकल स्मृति सम्मान और डा विकल राष्ट्रीय कीर्ति विदश्री सम्मान से सम्मानित किया गया,
जो इस प्रकार है- हरिवल्लभ सिंह आरसी, दिनेश्वर प्रसाद दिनेश, अरविंद विद्रोही, रघुनाथ प्रसाद, शैलेंद्र अस्थाना, गंगा प्रसाद अरुण, मनोकामना सिंह अजय, विक्रमा सिंह देहदुबर, कन्हैया सिंह सदय, राजदेव सिन्हा, सुनील कुमार दे, चंद्रकांत सरीखे साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। डा रामसेवक विकल जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर राजदेव सिन्हा, दिनेश्वर प्रसाद दिनेश और अरविंद विद्रोही ने विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें ज्योस्थाना अस्थाना, सुनील कुमार दे, गौहर अजीम, गंगा प्रसाद अरुण, मनोकामना सिंह अजय सरीखे कवियों ने काव्य पाठ कर तालियां बटोरी। इस अवसर पर शहर के गण्यमान्य कवि व साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन डा आदित्य कुमार अंशु ने किया।