हिन्दी श्री पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित कविता संग्रह “कुछ एहसास” का विमोचन मिर्जापुर से अनलाइन किया गया। मुख्य अतिथि एयर इंडिया सर्विसेज लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर शरद अग्रवाल (दिल्ली) थे। संग्रह का विमोचन करते हुए उन्होंने कहा की वेद प्रकाश प्रजापति द्वारा लिखी गई यह कृति बहुत संवेदनशील विषय को उद्घाटित करती है। उन्होंने कहा की इस संग्रह में रचनाकार द्वारा अवकाश प्राप्त कर रहे लोगों की विदाई के अवसर पर लिखी गई कविताएं शामिल की गई हैं, जो की बहुत भावुकता का क्षण होता है।
“कुछ एहसास” में कवि की अपनी बात
यह कविता-संग्रह कुछ उन व्यक्तियों की विशेषताओं पर लिखा गया है, जो एयर इंडिया से या तो सेवानिवृत हो चुके हैं या उनका स्थाननांतरण हो चुका है और उनके साथ मेरा परोक्ष या अपरोक्ष रूप से कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। यह उस समय की बात है जब मैं अक्सर एयर इंडिया के इंजीनियरिंग की पॉलिसी और प्रोसीजर मैनुअल, जो की बिल्कुल अंग्रेजी में है, लिखने में व्यस्त रहता था। तब उस समय इंजीनियरिंग के एक निदेशक थे श्री जितेंद्र नाथ सक्सेना, जो एयर इंडिया से 31 अगस्त 2012 को सेवानिवृत हुए। मुझे इनके सानिध्य में कार्य करने का अवसर मिला था। उनकी सेवानिवृत के दो दिन पहले मैंने उनको शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया, फोन पे बात करते समय इतना आत्मविभोर हो गया की मेरे आँखों से आँसू छलकने लगे और मैं कुछ ज्यादा बोल नहीं पाया। उसके बाद मैंने अपनी भावनाओं को कविता के रूप में लिखा और सेवानिवृत के दिन अपने एक मित्र श्री रवींद्र नाथ सिंह ठाकुर को ईमेल किया ताकि वह इस कविता को छाप कर मेरी तरफ से उनको सुना सके। यह पहला मौका था जब मैंने इस तरह कि कोई कविता लिखी थी। हालांकि इसके पहले मैंने केवल शौकिया एक दो कविताएं लिखी थी।
उसी दिन श्री शमशाद अहमद जी भी सेवानिवृत हुए थे जो मुंबई में उप- महाप्रबंधक थे। उनके लिए भी एक कविता लिखी और उनकी सेवानिवृत के समारोह में सुनाया जो महाप्रबंधक जी के दफ्तर में था। उस समय मुंबई के महाप्रबंधक श्री एन. नंदकुमार थे, जो मुझे अपने ऑफिस कार्य के लिए बहुत प्रोत्साहित किया करते थे। बाद में यह भी इंजीनियरिंग के एक निदेशक के पद से सेवानिवृत हुए। इसके बाद से कविता लिखने का यह सिलसिला शुरू हो गया। इस तरह से उन दिनों जो भी सेवानिवृत हुआ या कहीं किसी का स्थानांतरण हुआ, उसकी याद में एक कविता लिख कर उसको प्रस्तुत किया और यह सिलसिला काफी समय तक चलता रहा।
मेरी कविताओं की समीक्षा श्री विश्वास दंडवते जी किया करते हैं। यह एयर इंडिया में उप-महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। हिन्दी के अच्छे ज्ञाता हैं। कविताओं की समीक्षा के साथ-साथ, मुझे लिखने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहते हैं।
‘‘पूज्यनीय जिसने जीवन दिया है मुझे
पुष्प अर्पित कर सादर आभार करते हैं।’’
-वेद प्रकाश प्रजापति
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कुछ एहसास विमोचन समारोह 4 जुलाई 2021
“कुछ एहसास” कविता संग्रह का अनलाइन विमोचन
मिर्जापुर, 04, जुलाई, रविवार
हिन्दी श्री पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित कविता संग्रह “कुछ एहसास” का विमोचन मिर्जापुर से ऑन लाइन किया गया। मुख्य अतिथि एयर इंडिया सर्विसेज लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर शरद अग्रवाल (दिल्ली) थे। संग्रह का विमोचन करते हुए उन्होंने कहा की वेद प्रकाश प्रजापति द्वारा लिखी गई यह कृति बहुत संवेदनशील विषय को उद्घाटित करती है। उन्होंने कहा की इस संग्रह में रचनाकार द्वारा अवकाश प्राप्त कर रहे लोगों की विदाई के अवसर पर लिखी गई कविताएं शामिल की गई हैं, जो की बहुत भावुकता का क्षण होता है।
ऑनलाइन विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा ने कहा की यह कविता संग्रह अपने आप में अनूठा है। इसमें अपने साथ के लोगों का व्यक्तित्व और कृतित्व झलकता है, मधुर रिश्तों की वानगी मिलती है।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय कवि बेबाक जौनपुरी ने “कुछ एहसास” के प्रकाशन के लिए कवि वेद प्रकाश व हिन्दी श्री पब्लिकेशन को बधाई दी और अपनी आने वाली पुस्तक महानन्द रामायण से दोहे सुनाए। संग्रह के रचनाकार वेद प्रकाश प्रजापति ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा की सभी का प्यार मिला है तभी यह पुस्तक लिख पाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुमारी सृष्टि राज के सुमधुर सरस्वती वंदना से हुआ।
इस विमोचन कार्यक्रम में उत्तराखंड की चर्चित बाल कवयित्री काव्याश्री जैन ने शानदार कविताएं और गीत सुनाया।
ऑन लाइन विमोचन कार्यक्रम में एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड से रिटायर्ड अधिकारी श्री जीतेन्द्र नाथ सक्सेना (रिटायर्ड एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर), पी डी मिश्रा- रिटायर्ड वरिष्ठ सहायक महाप्रबंधक, के एन विश्वनाथन- रिटायर्ड उप महाप्रबंधक, जी. श्रीधर, मैनेजिंग डायरेक्टर– सी. एफ. एम. एयरकाफ्ट इंजीन, सपोर्ट, साउथ एशिया (प्राइवेट लिमिटेड) ने अपने विचार रखे।
ऑन लाइन विमोचन कार्यक्रम का संचालन आनंद अमित ने किया। कार्यक्रम दो बजे प्रारंभ होकर पौने चार बजे तक चला जिसे सैकड़ों लोगों ने ऑनलाइन देखा।