कहानी, लघुकथा व अन्य गद्य विधाओं की तरह निबंध भी लोगो के ऊपर अपना प्रभाव छोड़ने में सक्षम है। शिवप्रसाद “सितारे हिन्द”, भारतेन्दु हरीशचंद्र, बालकृष्ण भट्ट, महावीरप्रसाद द्रिवेदी, आचार्य रामचंद्र शुकल, सरदार पूर्णसिंह, प्रताप नारायण मिश्र, प्रेमधन, श्यामसुन्दर दास, बेचें शर्मा उग्र, महादेवी वर्मा, हजारीप्रसाद द्रिवेदी, अमृत राय और विद्यानिवास मिश्र जैसे निबंधकारों ने हिंदी निबंध को एक नयी दिशा दी है