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विश्व पर्यावरण दिवस पर 10 बेहतरीन कवितायें | हिन्दी श्री

विश्व पर्यावरण दिवस

1. शीर्षक – पर्यावरण प्रकृति ने कुछ अनुकूल परिस्थितियां बनायीं।जीवन संभव हो सके ऐसी स्थितियां बनायीं।। प्रकृति की गोद में जीवन फला फूला।किंतु इस वरदान को मनुष्य एकदम भूला।। प्रकृति ने अदभुत, सुंदर आवरण बनाया।किंतु मनुष्य ने इसे हरदम मिटाया।। बड़े-बड़े जंगल हैं कांटे भूमि हुई खाली।अब तो छाया के साथ प्राणवायु भी भागी।। बेहतर […]

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वेदना | कहीं पर संवेदनाएं है | 2 कविता | मनीष जौनपुरी

manish jaunpuri

1. कहीं पर संवेदनाएं है।कहीं पर संभावनाएं है।आहत हुई आत्माओं से,घर हमने बनाएं है।विषाद अपना है।समुद्र के दोनों छोर तक।देखता हूं जिस तरफ़,चाहे जिस ओर तक।तिनके का एक सहारा,कर सकता है पार मुझे।उम्मीद के इस हर्ष ने,तोड़ा है कई बार मुझे।इतने शब्द कहां है।जिससे मैं कह सकूं,वो वेदना,जो जहां है।। 2. आईना… देख.. मैंने, ख़ुद

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