गुरु पूर्णिमा | रचनाएं | हिन्दी श्री पब्लिकेशन
1. गुरु गुरु तुम दीपक मैं अंधकार ,किए हैं मुझपे आप उपकार, पड़ा है मुझपर ज्ञान प्रकाश,बना है जीवन ये उपवास, करें नित मुझ पर बस उपकार ,सजे मेरा जीवन घर द्वार, गुरु से मिले जो ज्ञान नूर,हो जाऊं मैं जहां में मशहूर गुरु से मिले हैं जो मार्गदर्शन,हो गए हैं मुझे भगवान के दर्शन […]







